Bhavishy Darshan
आर्दश रसोई घर
रसोई घर कैसा हो-
  1. रसोई घर वास्तु के अनुसार आग्नेय दिशा में हो।
  2. प्लेटफार्म पूर्वी दीवार पर बनाएँ, पूर्व दिशा की ओर मुँह करके खाना बनाएँ।
  3. ईशान कोण में सिंक बनाए एवं पानी भी ईशान कोण में रखें।
  4. अग्निकोण में गैस चूल्हा-सिगड़ी रखें।
  5. अलमारी दक्षिण पश्चिम दीवार पर बनाएँ।
  6. दक्षिण में पावर प्वाइंट लगाएँ, ग्राइण्डर, ओवन भी लगाएँ।
  7. वायव्य में फ्रिज रखें।
  8. जूठे बर्तन न रखें, जैविक क्रियाएँ होती हैं।
  9. पानी के घड़े उत्तर-पूर्व (ईशान) में रखें।
  10. खाली सिलेण्डर वायव्य या दक्षिण में रख सकते हैं।
  11. रसोई घर के सामने शौचालय न बनाएँ, कीटाणु फैलने का डर रहता है।
  12. सिलेण्डर के ऊपर घड़ा नहीं रखें।
  13. गैस चूल्हा व पानी का घड़ा पास-पास न रहे। पानी अग्नि के पास रहता है तो पति पत्नी में तनाव रहता है। यदि हो सके तो मनी प्लांट लगा सकते हैं।
  14. रसोईघर की अस्त-व्यस्तता दरिद्रता की निशानी है साथ ही घर में रहने वाले सदस्यों के आपसी बैर की परिचायक है, अतः रसोईघर भली-भांति व्यवस्थित और साफ रहनी चाहिए।
  15. चूल्हा साफ-सुथरा रखें निर्बाध चले, पूरे फ्लो में जले, चूल्हा घर की वित्तीय स्थिति का प्रतीक होता है।
  16. बर्नर ठीक ढंग से कार्य नहीं करता है तो व्यापार व्यवसाय में अवरोध होता है।
  17. पाइप लाइन या नल में किसी प्रकार का कोई लीकेज न हो।
  18. कलर गृहणी की कुण्डली के आधार पर चयन करें।